MP Board new evaluation instructions for class 9-12 : कक्षा 9वी से 12वी मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं अभ्यास परीक्षा (प्रीबोर्ड) हेतु मूल्यांकन निर्देश सत्र 2025-26 यहाँ देखिये
कक्षा 9वी से 12वी मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं अभ्यास परीक्षा (प्रीबोर्ड) हेतु मूल्यांकन निर्देश सत्र 2025-26
MP बोर्ड कक्षा 9-12 के लिए नए मूल्यांकन निर्देश
लोक शिक्षण संचालनालय, मध्य प्रदेश द्वारा कक्षा 9वी से 12वी मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं अभ्यास परीक्षा (प्रीबोर्ड) हेतु मूल्यांकन निर्देश सत्र 2025-26 जारी किये. इस सम्बन्ध में लोक शिक्षण संचालनालय, मध्य प्रदेश का आदेश क्रमांक / अकादमिक/2025-26/1259, भोपाल, दिनांक-16/07/2025 इस प्रकार है -
विषय - मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं अभ्यास परीक्षा (प्रीबोर्ड) हेतु मूल्यांकन सत्र 2025-26 हेतु कार्यवाही निर्देश।
सत्र 2025-26 हेतु कक्षा 9वीं से 12वीं हेतु मूल्यांकन संबंधी प्रमुख दिशा-निर्देश निम्नानुसार रहेंगे -
1. मासिक मूल्यांकन -
कक्षा शिक्षण के दौरान मासिक मूल्यांकन संलग्न ब्लू प्रिंट (परिशिष्ट-1) अनुसार निम्नानुसार किया जाए-
1.2. कक्षा 9वीं से 12वीं तक वर्तमान अकादमिक सत्र में कुल 05 मासिक टेस्ट माह जून, जुलाई, सितंबर, अक्टूबर व दिसंबर में कक्षावार सभी विषयों में मासिक मूल्यांकन निर्धारित प्रक्रिया अनुसार माह के अंतिम सप्ताह में शाला स्तर पर किया जाए। कक्षा 9वीं एवं 10वीं के प्रश्न-पत्र राज्य स्तर से उपलब्ध कराए जाएंगे।
1.3. मासिक टेस्ट हेतु कक्षावार प्रत्येक विषय के निर्धारित मासिक पाठ्यक्रम अनुसार 20-20 अंकों के लर्निंग आउटकम्स आधारित गुणवत्ता युक्त प्रश्न-पत्र बनाए जाएँ।
1.4. मासिक टेस्ट की उत्तर-पुस्तिकाओं की जाँच करते समय बच्चे की कॉपी में सही (1) के निशान लगाकर केवल हस्ताक्षर न करके उसकी त्रुटियों पर लाल पेन से गोला लगाकर सुधार भी किया जाए। त्रुटियों के बारे में बच्चे को व्यक्तिगत फीडबैक / टीप देकर पुनः अभ्यास कराया जाएँ।
1.5. मासिक टेस्ट संबंधी समस्त अभिलेख शाला स्तर पर कक्षा शिक्षक/ विषय शिक्षक द्वारा संधारित किये जाएँ।
1.6 उत्तर पुस्तिकाओं का विश्लेषण, लर्निंग गैप्स का चिन्हांकन तथा विशेष शिक्षण- विषय शिक्षकों द्वारा
मासिक टेस्ट की उत्तर-पुस्तिकाओं का प्रश्नवार एवं छात्रवार विश्लेषण कर लर्निंग गैप्स की पहचान की जाएँ एवं शाला स्तर पर विशेष शिक्षण की व्यवस्था कर अपेक्षित दक्षताएँ पूर्ण कराई जाएँ।
2. त्रैमासिक मूल्यांकन-
2.1. शासकीय शालाओं में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं आंकलन विषयवार योजनानुसार किया जाए।
2.2. शासकीय शालाओं में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं हेतु त्रैमासिक मूल्यांकन का आयोजन लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा प्रदाय प्रश्न-पत्रों एवं निर्धारित समय-सारणी अनुसार कराया जाए। इसके विस्तृत निर्देश एवं समय-सारणी तत्समय जारी होंगे।
2.3. त्रैमासिक लिखित मूल्यांकन में प्रत्येक विषय हेतु पूर्णांक 100 (प्रायोगिक परीक्षा / प्रोजेक्ट सहित) अंक निर्धारित हैं।
2.4. कक्षा 9वीं व कक्षा 11वीं के वार्षिक पारिणाम में त्रैमासिक मूल्यांकन के विषयवार प्राप्तांकों की प्रविष्टि राज्य द्वारा विकसित विमर्श पोर्टल में विद्यालय प्रमुख/कक्षा शिक्षक द्वारा की जाएगी।
2.5. शासकीय (मान्यता प्राप्त व अनुदान प्राप्त) शालाओं में त्रैमासिक मूल्यांकन का आयोजन माह अगस्त तक पढ़ाये गए पाठ्यक्रम के आधार पर निर्धारित समय-सारणी व अंकयोजना अनुसार, किया जाए।
3. अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन-
3.1. शासकीय शालाओं में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं हेतु आंकलन विषयवार योजनानुसार किया जाए।
3.2. शासकीय शालाओं में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं हेतु अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन का आयोजन लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा प्रदाय प्रश्न-पत्रों एवं निर्धारित समय-सारणी अनुसार कराया जाए। इसके विस्तृत निर्देश एवं समय-सारणी तत्समय जारी होंगे।
3.3. अर्द्धवार्षिक लिखित मूल्यांकन में प्रत्येक विषय हेतु पूर्णांक 100 (प्रायोगिक परीक्षा / प्रोजेक्ट सहित) अंक निर्धारित हैं।
3.4. कक्षा 9वीं व कक्षा 11 वीं के वार्षिक पारिणाम में अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन के विषयवार प्राप्तांकों की प्रविष्टि राज्य द्वारा विकसित परीक्षा पोर्टल में विद्यालय प्रमुख / कक्षा शिक्षक द्वारा की जाएगी।
3.5. शासकीय (मान्यता प्राप्त व अनुदान प्राप्त) शालाओं में अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन का आयोजन माह नवंबर तक पढ़ाये गए पाठ्यक्रम के आधार पर निर्धारित समय-सारणी व ब्लूप्रिंट अनुसार, किया जाए। अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न-पत्र राज्य स्तर से निर्मित किये जाएँगे।
4. वार्षिक मूल्यांकन (कक्षा 9वीं व कक्षा 11वीं)
4.1. शासकीय शालाओं हेतु कक्षा 9वीं व कक्षा 11वीं के मुख्य विषयों के प्रश्न-पत्र निर्धारित ब्लूप्रिंट के आधार पर राज्य द्वारा निर्मित कराये जाएँगे। वार्षिक परीक्षा लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी समय-सारणी अनुसार संपन्न कराई जाएगी, जिसके निर्देश तत्समय पृथक से जारी किये जाएँगे।
4.2. वार्षिक लिखित परीक्षा एवं प्रोजेक्ट कार्य में छात्र को पृथक-पृथक न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य रहेगा।
4.3. वार्षिक परीक्षाफल में विषयवार मासिक टेस्ट, अर्द्धवार्षिक परीक्षा, वार्षिक लिखित परीक्षा के प्राप्तांक तथा प्रोजेक्ट कार्य का अधिभार निम्नानुसार रहेगा -
- त्रैमासिक परीक्षा 5 प्रतिशत
- अर्द्धवार्षिक परीक्षा 5 प्रतिशत
- वार्षिक परीक्षा 90 प्रतिशत
4.4 वार्षिक लिखित परीक्षा (बाह्य मूल्यांकन) एवं प्रोजेक्ट कार्य (आंतरिक मूल्यांकन) में पृथक-पृथक न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य हैं।
4.5. कक्षा 9वीं व 11वीं हेतु प्रत्येक विषय के सुझावत्मक प्रोजेक्ट कार्यों की सूची राज्य स्तर से शीघ्र ही जारी की जायेगी।
4.6. त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक लिखित परीक्षा हेतु प्रश्न-पत्र का ब्लूप्रिंट कक्षा 9वीं से 12वीं की त्रैमासिक एवं अर्द्धवार्षिक लिखित परीक्षा हेतु कक्षावार एवं विषयवार प्रश्न-पत्र का ब्लूप्रिंट माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी अंक योजना के अनुसार रहेगा।
कक्षा | प्राप्तांक (प्रतिशत) | ग्रेड |
कक्षा 9वीं एवं 11वीं | 85 से अधिक | A+ |
75-84 | A | |
60-74 | B | |
45-59 | C | |
33-44 | D | |
33 से कम | E |
6. सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गतिविधियों का मूल्यांकन - शाला में सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गुणों के मूल्यांकन को सीखने-सिखाने की प्रक्रिया के साथ समाहित करते हुए किया जाये।
7. परीक्षा परिणाम अभिलेख पत्रक - प्रत्येक बच्चे के मासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक मूल्यांकन के प्राप्तांक अनुसार ग्रेड एवं सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गुणों के मूल्यांकन संबंधी गतिविधियों में सहभागिता के आधार पर प्राप्त ग्रेड से संबंधित समस्त अभिलेख शाला स्तर पर संधारित किये जाएँ।
8. समग्र प्रगति पत्रक - परीक्षा परिणाम अभिलेख पत्रक दर्शाये अभिलेख अनुसार प्रत्येक बच्चे की प्रगति को समग्र प्रगति पत्रक में अंकित कर विद्यार्थियों को वितरित किया जाये। समग्र प्रगति पत्रक पर प्रधानाध्यापक की पदमुद्रा एवं हस्ताक्षर अनिवार्य हैं।
10. प्रायोगिक कार्य - शैक्षणिक कैलेण्डर के अनुसार माहवार निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर जून माह से ही प्रायोगिक कार्य कराये जायें तथा इसका विधिवत रिकॉर्ड विषय प्रयोगशाला कक्षा में संधारित लॉगबुक में दर्ज किया जाये।
11. आकलन व प्रकार - प्रत्येक आंकलन के पश्चात् निम्नानुसार विद्यार्थी का मूल्यांकन किया जाए-
साथी व स्वयं आंकलन विद्यार्थियों द्वारा साथी व स्वयं आंकलन शिक्षकों द्वारा उपयोग की जाने वाली एक रणनीति है जो विद्यार्थियों को अपने काम को गंभीर और विचारशील तरीके से करने में सक्षम बनाकर जल्दी और गहन रूप से सीखने में मदद करती है साथ ही आंकलन में विद्यार्थी स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट सफलता मापदण्डों से अपने साथियों के काम पर विचार करते हैं और स्वयं आंकलन में विद्यार्थियों को सफलता के मापदण्डों का उपयोग करके अपने काम को गहराई से देखना और उस पर विचार करना होता है, यह रणनीतियां अधिगम के रूप में आंकलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह रणनीति विद्यार्थियों में आजीवन सीखने की भावना का निर्माण करने में मदद करती है। विद्यार्थियों में स्वामित्व और जिम्मेदारी की भावना का निर्माण करती है। इस रणनीति का उपयोग मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंत में किया जाना चाहिए।
12. नियमित गृहकार्य - कक्षा में गृहकार्य के लिए एक संस्कृति और सकारात्मकता निर्माण करना महत्वपूर्ण है ताकि विद्यार्थी इसे सकारात्मक रूप से देखे न कि बोझ के रूप में।
शिक्षक जांच - गृह कार्य जल्दी में नहीं जांचे नहीं तो त्रुटियां देख नहीं पाते हैं और विद्यार्थी उस पर सुधार नहीं कर पाते हैं।
सेल्फ एवं पियर चेकिंग - विद्यार्थी जब गृह कार्य जमा करते हैं तो उस पर अगली कक्षा में पहले 10 मिनिट चर्चा की जानी चाहिए। विद्यार्थी गृह कार्य की जांच करते हैं और फिर वापस नोट करने के लिए जमा कर देते हैं।
शिक्षक पालक मीटिंग में अभिभावकों के साथ विद्यार्थियों के गृह कार्य को साझा करें।
वर्ष के प्रारंभ में, विद्यार्थियों को सप्ताह के दौरान गृहकार्य देने के लिए कक्षा शिक्षक के साथ मिलकर एक रोस्टर बनाएँ, यह रोस्टर इस तरह हो सकता है :-
ग्रेड ................. वर्ग ............... कक्षा शिक्षक ..............................
- सोमवार - अंग्रेजी और गणित
- मंगलवार - हिन्दी और विज्ञान
- बुधवार - सा.विज्ञान और संस्कृत
- गुरुवार - विज्ञान और अंग्रेजी
- शुक्रवार - अंग्रेजी और गणित
- शनिवार - परियोजना कार्य और हिन्दी
रोस्टर का सिद्धांत यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी दिन विद्यार्थियों पर अधिक बोझ न पड़े और उनको इसका पूर्व अनुमान हो। यह रोस्टर विद्यार्थियों के साथ साझा किया जा सकता है और कक्षा में लगाया जा सकता है।
13. पालक शिक्षक बैठक - प्रत्येक माह में मासिक परीक्षा के पश्चात् एक बार बच्चों की शैक्षिक प्रगति, सह-शैक्षिक व व्यक्तिगत सामाजिक गुणों की स्थिति को साझा करने के लिए पालकों के साथ बैठक करके साझा की जाये एवं पालकों को छात्र पोर्टफोलियो/समग्र प्रगति पत्रक का अवलोकन कराया जाये।
सतत व्यापक मूल्यांकन संबंधी उपर्युक्तानुसार कार्यवाही शाला स्तर से की जाये एवं प्रत्येक शाला तक इसकी सूचना प्रेषित किया जाना सुनिश्चित हो। इसकी मॉनिटरिंग जिले में सतत रूप से की जाये।
परिशिष्ट-1 मासिक मूल्यांकन : प्रश्न-पत्र का ब्लू प्रिंट प्रारूप सत्र 2025-26
कक्षा | प्रश्न का प्रकार | लिखित | कुल अंक | ||
प्रश्नों संख्या | प्रति प्रश्न निर्धारित अंक | लिखित कुल अंक | |||
9वीं से 12वीं | वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) | 4 | 1 | 4 | 20 |
वस्तुनिष्ठ (रिक्त स्थान) | 3 | 1 | 3 | ||
एक शब्द | 2 | 1 | 2 | ||
अतिलघु उत्तरीय | 2 | 2 | 4 | ||
लघु उत्तरीय | 1 | 3 | 3 | ||
दीर्घ उत्तरीय | 1 | 4 | 4 |
1. प्रश्न-पत्र में माहवार पाठ्यक्रम के आधार पर प्रत्येक पाठ/अध्याय के प्रश्न सम्मिलित किये जाएँ जिसमें प्रश्न के प्रकार वस्तुनिष्ठ / अतिलघुउत्तरीय / लघुउत्तरीय / दीर्घउत्तरीय हो सकते हैं।
2. प्रश्न बनाते समय लर्निंग आउटकम्स को भी आधार बनाया जाए।
3. कक्षा 9वीं एवं 10वीं के मासिक प्रश्न-पत्र राज्य स्तर से उपलब्ध कराए जाएंगे। जबकि कक्षा 11 वीं एवं 12वीं के मासिक प्रश्न-पत्र विद्यालय स्तर पर ही निर्मित किये जाएंगें।
>>> कक्षा 9वीं से 12वीं मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं अभ्यास परीक्षा (प्रीबोर्ड) हेतु मूल्यांकन निर्देश व विद्यार्थी पोर्टफोलियो फार्मेट पीडीएफ में यहाँ से डाउनलोड कीजिए.
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