शाला प्रपत्र एवं कक्षा प्रपत्र PDF - MP वार्षिक परीक्षा के लिए Teachers और Schools के लिए Result लक्ष्य (Target) निर्धारण के सम्बन्ध में DPI Order, लक्ष्य से कम परिणाम पर होगी कार्यवाही
MP वार्षिक परीक्षा के लिए Teachers और Schools के लिए लक्ष्य (Target) निर्धारण के सम्बन्ध में DPI Order, लक्ष्य से कम परिणाम पर होगी कार्यवाही विशेष - वार्षिक लक्ष्य निर्धारण हेतु DPI द्वारा जारी प्रपत्र PDF में पोस्ट में आगे दिए गए हैं.
वार्षिक परीक्षा (Annual Exam) 2020-21 के लिए शिक्षकों एवं विद्यालयों द्वारा लक्ष्य निर्धारण के सम्बन्ध में लोक शिक्षण संचालनालय (DPI), मध्यप्रदेश द्वारा जारी आदेश क्रमांक / समग्र /176/2021/155 भोपाल दिनांक 18/01/2021 के प्रमुख निर्देश इस प्रकार है -
शिक्षा की गुणवत्ता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गुणवत्ता सुधार हेतु समय-समय पर निर्देश प्रसारित किए जाते हैं। विगत वर्षों के अनुभव से यह तथ्य सामने आया है कि लक्ष्य निर्धारित न होने से शिक्षा की गुणवत्ता एवं परीक्षा परिणाम के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु समुचित मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है। अतः सत्र 2020-21 में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं परीक्षा परिणाम में वृद्धि हेतु शिक्षा विभाग की प्रत्येक इकाई की भूमिका एवं जिम्मेदारी निर्धारित कर मॉनिटरिंग की जाएगी। इस हेतु शालावार, विषयवार निम्नानुसार श्रेणियों में लक्ष्य निर्धारित किये जाएगें -
(अ) उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल हेतु निम्नांकित चार श्रेणियों में विद्यार्थियों की संख्या का आकलन कर लक्ष्य निर्धारित किया जायेगा।
• श्रेणी-1 (A+) 90% या उससे अधिक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
• श्रेणी-2 (A) 80% से 89% तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
• श्रेणी-3 (B) 70% से 79% तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
• श्रेणी-4 (C) 60% से 69% तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या ।
(ब) अन्य विद्यालयों हेतु निम्नांकित चार श्रेणियों में विद्यार्थियों की संख्या का आकलन कर लक्ष्य निर्धारित किया जायेगा। (उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल को छोड़कर)
• श्रेणी-1 (A+) 80% या उससे अधिक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
• श्रेणी-2 (A) 60% से 79% तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
• श्रेणी-3 (B) 45% से 59% तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
• श्रेणी-4 (C) 33% से 44% तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या ।
उपरोक्त शालावार, विषयवार शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लक्ष्य निर्धारण हेतु निम्नानुसार कार्यवाही की जायेगी –
विद्यालय स्तर पर विषय शिक्षक द्वारा की जाने वाली कार्यवाही
प्रत्येक विद्यालय के विषय शिक्षक अपनी कक्षाओं में प्रवेशित छात्रों का पिछली कक्षा एवं त्रैमासिक परीक्षा परिणाम में अपने विषय के प्राप्तांक के आधार पर छात्रों के वर्तमान स्तर का आंकलन करेंगे। विद्यार्थियों की रूचि, क्षमता, वर्तमान परिस्थितियों तथा अपने शैक्षिक कौशल के आधार पर विषय शिक्षक एवं विद्यार्थी आपस में चर्चा उपरांत अपने-अपने विध्यार्थीवार / विषयवार सत्र 2020-21 की परीक्षा हेतु लक्ष्य निर्धारित करेंगे. लक्ष्य का निर्धारण वास्तविक, व्यावहारिक तथा प्राप्त करने योग्य हो.
विषय शिक्षक उपस्थिति पंजी में वर्तमान सत्र के लिए शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा आपस में चर्चा उपरांत तय किये गये लक्ष्य को अंकित करेंगे। विद्यार्थीवार, विषयवार लक्ष्य निर्धारण हेतु प्रपत्र संलग्न है।
कक्षा शिक्षक कक्षा के समस्त विषयों के विषय शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा तय किये गये लक्ष्य को संकलित कर कक्षा का वर्तमान सत्र का लक्ष्य निर्धारित कर उसका दस्तावेजीकरण करेंगे।
समस्त विषय शिक्षक विद्यार्थियों पर मानसिक दबाव न डालते हुए उन्हें लक्ष्य पूर्ति हेतु निरंतर प्रोत्साहित करेंगे।
प्राचार्य द्वारा की जाने वाली कार्यवाही :
प्राचार्य समस्त कक्षाओं के विषय शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा तय किये गये लक्ष्य के आधार पर संस्था का कक्षावार औसत लक्ष्य निर्धारित करेंगे कि प्रत्येक कक्षा में किस श्रेणी में कितने विद्यार्थी आएँगे।
प्राचार्य सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक विषय शिक्षक के पास उनके एवं विद्यार्थियों द्वारा तय किये गये लक्ष्य की हार्ड कॉपी सदैव उपलब्ध रहे।
प्राचार्य कक्षावार शिक्षकों द्वारा तय किये गए लक्ष्य का परीक्षण कर उसे अंतिम रूप देंगे एवं विमर्श पोर्टल पर लक्ष्य की प्रविष्टि करेंगे.
कक्षावार पास का प्रतिशत लक्ष्य किसी भी स्थिति में गत वर्ष के राज्य स्तरीय औसत परिणाम से कम नहीं होगा यथा
कक्षा 9 वी – 59%
कक्षा 10 वी – 64%
कक्षा 11 वी – 81%
कक्षा 12 वी – 73%
तथा राज्य औसत से पूर्व से ही अधिक परीक्षा परिणाम होने पर न्यूनतम 5% वृद्धि का लक्ष्य रखा जाएगा।
प्राचार्य प्रत्येक कक्षा के विषय शिक्षक के साथ सप्ताह में एक बार कक्षावार / विषयवार रिवीजन टेस्ट / प्रीबोर्ड परीक्षा उपरांत लक्ष्य की समीक्षा करेंगे एवं सुधार हेतु ठोस प्रयास करने हेतु प्रोत्साहित करें तथा की गई कार्यवाही का दस्तावेजीकरण करें।
जिला स्तर से की जाने वाली कार्यवाही
जिला शिक्षा अधिकारी समस्त विद्यालयों के विषयवार / कक्षावार वर्तमान सत्र के लक्ष्य के निर्धारित प्रपत्र की प्रति अपने अभिलेख सुरक्षित रखेंगे।
जिले के समस्त विद्यालयों का विषयवार / कक्षावार लक्ष्य का औसत सम्मिलित रूप से जिला शिक्षा अधिकारी, जिला ओ.आई.सी. एवं जिले में पदस्थ जिला स्तरीय / संभाग स्तरीय स्त्रोत विशेषज्ञों का भी लक्ष्य होगा।
जिला शिक्षा अधिकारी शालावार संकलित जानकारी विमर्श पोर्टल से डाउनलोड कर उसके आधार पर नियमित समीक्षा एवं मॉनिटरिंग करेंगे।
निरीक्षणकर्ता भी रिवीजन टेस्ट / प्रीबोर्ड परीक्षा के लक्ष्य एवं परिणामों का जिला / ब्लॉक स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान मॉनिटरिंग करें एवं समीक्षा बैठक की पंजी का संधारण करें। निर्धारित लक्ष्य अनुसार प्राचार्य को मार्गदर्शन दें एवं उनकी समस्याओं का निराकरण करें। बैठक में दिये गये सुझाव एवं निर्देशों का भी पंजी में उल्लेख करेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी, रिवीजन टेस्ट / प्रीबोर्ड परीक्षा उपरांत नियमित रूप से लक्ष्य एवं परिणामों की विद्यालयवार समीक्षा कर अर्द्धशासकीय पत्र द्वारा संयुक्त संचालक को रिपोर्ट से अवगत करायेंगे।
संयुक्त संचालक स्तर पर किये जाने वाले कार्य
संभाग के अंतर्गत जिलों के विषय शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के सहयोग से राय जिलो के लक्ष्य का औसत ही संभागीय संयुक्त संचालक का संभाग का लक्ष्य होगा।
संभागीय संयुक्त संचालक रिवीजन टेस्ट / प्रीबोर्ड परीक्षा उपरांत नियमित रूप से लक्ष्य एवं परिणामों की जिलेवार / विद्यालयवार समीक्षा कर अर्थ शासकीय पत्र द्वारा आयुक्त को अवगत करायेंगे।
निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति पर प्रोत्साहन :
निर्धारित लक्ष्य पूर्ण करने एवं सराहनीय कार्य करने वाले संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्यों एवं शिक्षकों को उत्कृष्ट सेवा कार्य हेतु समारोह पूर्वक प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
हिन्दी एवं संस्कृत विषय के शिक्षकों को प्रोत्साहन के लिए A+ एवं A ग्रेड के विद्यार्थियों के लक्ष्य की पूर्ति के आधार पर प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति न करने पर कार्यवाही :
लक्ष्य में 10% की कमी होने पर - कोई कार्यवाही नहीं।
निर्धारित लक्ष्य में 11% से 20% की कमी होने पर - एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकना।
निर्धारित लक्ष्य में 21% से 40% की कमी होने पर - दो वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकना।
निर्धारित लक्ष्य में 40% से अधिक की कमी होने पर - विभागीय जाँच संस्थापित कर अनुशासनात्मक कार्यवाही करना।
वार्षिक लक्ष्य निर्धारण प्रपत्र - DPI द्वारा वार्षिक लक्ष्य निर्धारण हेतु दो फार्मेट कक्षा प्रपत्र एवं शाला प्रपत्र जारी किए हैं, MP Education Gyan Deep द्वारा दोनों फार्मेट PDF में दिए जा रहे हैं. आशा है ये प्रपत्र आपके लिए उपयोगी रहेंगे.
कक्षा प्रपत्र - वार्षिक लक्ष निर्धारण कक्षा प्रपत्र (pdf)डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए.
शाला प्रपत्र - वार्षिक लक्ष निर्धारण शाला प्रपत्र (pdf)डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए.
25 जनवरी तक करना होगा लक्ष्य का निर्धारण - समस्त शासकीय हाई एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के विषय शिक्षक एवं प्राचार्य उपरोक्तानुसार लक्ष्य निर्धारण की प्रक्रिया 25 जनवरी 2021 तक पूर्ण करें जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है कि वो इस प्रक्रिया की सतत मॉनिटरिंग कर समय सीमा में लक्ष्य निर्धारण की प्रक्रिया सम्पन्न कर 25 जनवरी तक लक्ष्य निर्धारित न करने वाले प्राचार्यों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
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