Madhya Pradesh Heritage Club in Schools - प्रदेश के स्कूलों में होगा मध्यप्रदेश हेरिटेज क्लब का गठन, DPI MP ने जारी किये निर्देश
Madhya Pradesh Heritage Club in Schools प्रदेश के स्कूलों में होगा मध्यप्रदेश हेरिटेज क्लब का गठन, DPI MP ने जारी किये निर्देश
प्रदेश की शासकीय एवं अशासकीय शालाओं में Madhya Pradesh Heritage Club के गठन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश इस प्रकार है -
अपने गाँव, प्रदेश एवं देश की ऐतिहासिक विरासतों सांस्कृतिक धरोहरों को पहचानना, उनका ऐतिहासिक महत्व समझना तथा उनके संरक्षण हेतु जागरूकता लाना हम सबकी की जिम्मेदारी है। ये धरोहर हमारे वैभवशाली इतिहास एवं संस्कृति की गवाह है।
नई शिक्षा नीति 2020 में कहा गया है कि "भारतीय जड़ों और गौरव से बंधे रहना भारत के समृद्ध शाली इतिहास को समझना” बच्चों के लिए बहुत आवश्यक है।
छात्रों को किताबी सामग्री के साथ साथ, कक्षा कक्ष से बाहर निकल रचनाहाकता और तार्किक सोच को बढ़ावा देने तथा अपने गाँव प्रदेश एवं देश की ऐतिहासिक विरासतों सांस्कृतिक धरोहरों को पहचानने, उनके ऐतिहासिक महत्व को समझने तथा उनके संरक्षण हेतु जागरूकता लाने को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की समस्त शासकीय एवं अशासकीय हाई स्कूल तथा हायर सेकेण्ड्री विद्यालयों में पर्यटन एवं हेरिटेज क्लब का गठन किया जाना है। क्लब के माध्यम से बच्चों ने न केवल अपनी समृद्धशाली विरासत को सहेजने, संवारने की समझ विकसित होगी, वरन उनमें 21वीं सदी के कौशलों का विकास भी होगा।
मध्यप्रदेश हेरिटेज क्लब का उद्देश्य Objective of Madhya Pradesh Heritage Club
क्षेत्रीय विरासत से संबंधित इतिहास / कला / संस्कृति/पर्यटन और वास्तुकला की विविध जानकारी प्रदान करना।
पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्रदान करना एवं जागरूकता शिविर का आयोजन करना।
छात्र-छात्राओं को विद्यालय के आस-पास के पर्यटन स्थलों / क्षेत्रों की जानकारी प्रदान किये जाने हेतु भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन करना।
भारतीय संस्कृति जैसे कि लोकनृत्य, प्राचीन कलाओं को जनमानस तक पहुचाने की दृष्टि से विभाग के माध्यम से शिविरों का आयोजन करना। छात्रों एवं युवाओं को इसके माध्यम से संबंधित पर्यटन स्थल की संस्कृति, स्थानीय बोली, लोक कलाएं, लोक गायन जैसी विविधि सांस्कृतिक जानकारियों से परिचय करना है।
संबंधित स्थल पर भ्रमण के साथ उन्हें इस बात के लिए भी प्रेरित करना कि वो इनका व्यापक प्रचार प्रसार करें और उस क्षेत्र का वह स्थान जिज्ञासु पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केन्द्र बन सकें, जहाँ भविष्य में पर्यटक गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को नवीन अवसर मिल सकेंगे.
अपने आस पास के परिचित पर्यटन/ऐतिहासिक विरासतों को देखना, उनके ऐतिहासिक महत्त्व को समझना एवं उसके संरक्षण हेतु जागरूक होना। अपने आस पास के अपरिचित ऐतिहासिक विरासतों को खोजना उनके महत्त्व की जानकारी गाँव के बुजुर्गों से, सन्दर्भ पुस्तकों से पता कर संकलित करना, विद्यालय में, समाज में सबके साथ साझा करना ।
अपनी समृद्धशाली विरासत पर गर्व करना तथा उसके संरक्षण हेतु संकल्पित होना। क्लब के माध्यम से ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण हेतु जागरूकता पैदा करना।
रुचिकर गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं के माध्यम से ऐतिहासिक अवधारणाओं व संस्कृति को समझना ।
विरासत स्थलों के भ्रमण के माध्यम से छात्रों को भारतीय संस्कृति, परंपराओं और इतिहास के बारे में जागरूक करना।
कक्षा कक्ष से बाहर निकल रचनात्मकता और तार्किक सोच को बढ़ावा देने हेतु प्रोजेक्ट विधा के द्वारा भारतीय विरासत को खोजना एवं उसके महत्त्व को लोगो के साथ साझा करना ।
हमारी पारंपरिक / सांस्कृतिक विरासतों (हस्त शिल्प, मूर्तिकला, चित्रकला, लोकगीत, लोकनाट्य एवं लोकनृत्य आदि) की जानकारी एकत्रित कर उनके संरक्षण हेतु जागरूक करना ।
मध्यप्रदेश हेरिटेज क्लब के अंतर्गत की जाने वाली सुझावात्मक गतिविधियाँ
Suggested activities to be done under Madhya Pradesh Heritage Club
पुरातात्विक / सांस्कृतिक महत्त्व के विभिन्न स्थलों / संग्रहालयों/ अभिलेखागार आदि का अलग अलग संकायवार समूह बनाकर पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराना एवं उन पर आधारित निम्न लिखित प्रतियोगिताओं (मुख्यतः पर्यटन एवं हेरिटेज संबंधी विभिन्न विषयों पर) का आयोजन कराना.
- सांस्कृतिक गतिविधियाँ (नृत्य, गायन, वादन, नाटक आदि)
- संस्मरण लेखन प्रतियोगिता
- निबंध लेखन प्रतियोगिता
- भाषण प्रतियोगिता
- प्रश्नोत्तरी
- चित्रकला प्रतियोगिता
- फोटोग्राफी प्रतियोगिता
- लघुफिल्म निर्माण प्रतियोगिता
- पोस्टर निर्माण
- स्लोगन लेखन
- भ्रमण
हेरिटेज वाक - अपने आसपास के पुरातात्विक / विरासत स्थल को गाँव / मोहल्ले के जानकार व्यक्तियों के साथ जाकर जानना ।
खोजो जानो - छात्रों में शोध प्रवृत्ति को बढ़ावा देने तथा वैज्ञानिक पद्धति से सीखने को प्रेरित करने अपने आस पास गाँव मोहल्ले की अपरिचित समृद्धशाली ऐतिहासिक विरासत को खोजना तथा उसके बारे में जानकारी एकत्र कर डॉक्यूमेंटेशन (दस्तावेजीकरण) तैयार कर आपस में साझा करना ।
छात्रों में मीडिया लिट्रेसी एवं तकनीकी कौशल के विकास हेतु खोजे गए विरासतों / पर्यटन स्थलों की लघु फिल्म बनाकर / फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया पर डाल कर प्रचार प्रसार करना ।
हेरिटेज आधारित फिल्म प्रदर्शन - जिन शालाओं में T.V./ प्रोजेक्टर उपलब्ध हैं उन शाळाओं में प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन किया जा सकता है।
पर्यटन एवं हेरिटेज क्लब की संरचना - प्रत्येक हाईस्कूल/ हायर सेकंडरी स्कूल में हेरिटेज क्लब का गठन किया जाएगा क्लब की सदस्य संरचना इस प्रकार होगी-
- संरक्षक - प्राचार्य
- सह-संरक्षक / प्रभारी - इतिहास और विरासत और गतिविधियों में रूचि रखने वाले शिक्षक/शिक्षिका
- अध्यक्ष- कक्षा 12 वी का छात्र/ छात्रा (हायर सेकंडरी स्तर पर ) कक्षा 10 वीं का छात्र/ छात्रा (हाई स्कूल स्तर पर )
- सचिव- कक्षा 11 वीं का छात्र/ छात्रा (हायर सेकंडरी स्तर पर)
- कक्षा 9 वीं का छात्र/ छात्रा (हाई स्कूल स्तर पर)
- कार्यकारिणी सदस्य प्रत्येक कक्षा से केवल 2 छात्र / छात्रा (सभी संकाय/वर्ग मिलाकर) यदि शाला को-एड है तो एक बालक व एक बालिका सदस्य होंगे। इस तरह प्रत्येक हायर सेकंडरी विद्यालय में 08 छात्र/छात्रा एवं हाई स्कूल में 04 छात्र/ छात्रा कार्यकारिणी में होंगे। अध्यक्ष और सचिव को मिलाकर हायर सेकंडरी विद्यालय में 10. छात्र/छात्रा एवं हाई स्कूल में 06 छात्र/ छात्रा क्लब में होंगे.
मध्यप्रदेश हेरिटेज क्लब कार्यकारणी का निर्वाचन
कार्यकारणी का गठन प्रत्येक वर्ष माह जुलाई में किया जाएगा। प्राचार्य एवं समस्त स्टाफ व छात्रों की उपस्थिति में आम सहमति/ पर्ची डालकर पदाधिकारियों का मनोनयन किया जाएगा। सुविधानुसार वर्ष में दो समीक्षा बैठक प्रस्तावित है।
वित्तीय व्यवस्था - विद्यालय में उपलब्ध मद से नियमानुसार गतिविधियों / भ्रमण का आयोजन किया जाएगा।
पर्यटन एवं हेरिटेज क्लब अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा प्रतियोगिताओं का आयोजन
Competitions organized by the Culture Department under Tourism and Heritage Club
प्रत्येक वर्ष किसी पूर्व निर्धारित थीम पर राज्य स्तरीय पुरातत्व प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जो चार चरणों में आयोजित होगी।
- प्रथम चरण - विद्यालय स्तर
- द्वितीय चरण - जिला स्तर
- तृतीय चरण - संभाग स्तर (वैकल्पिक)
- चतुर्थ चरण - राज्य स्तर
उक्त कार्य शालाओं में उपलब्ध मदों से नियमानुसार आयोजन किया जाएगा। राज्य / संभाग स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन पुरातत्व, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के समांजस्य से किया जायेगा एवं पुरूस्कार वितरण मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के द्वारा किया जाना होगा।
मध्यप्रदेश हेरिटेज क्लब प्रशिक्षण, उन्मुखीकरण एवं प्रचार प्रसार - पुरातत्व संचालनालय / शासन स्तर से समय समय पर वर्चुअल प्रशिक्षण / उन्मुखीकरण किया जाएगा।
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