Uses of Digital Content in Classroom Teaching - कक्षा शिक्षण में डिजीटल कंटेन्ट के उपयोग हेतु ICT Lab के उपयोग के सम्बन्ध में DPI दिशा निर्देश यहाँ देखिये
ICT लैब संचालन निर्देश-3 ICT Lab Operating Instructions 3
Uses of Digital Content in Classroom Teaching : MP Education Gyan Deep
ICT@School अंतर्गत कक्षा शिक्षण में डिजीटल कंटेन्ट के उपयोग हेतु ICT Lab के उपयोग के सम्बन्ध में DPI दिशा निर्देश
विषय - कक्षा शिक्षण में डिजीटल कंटेन्ट के उपयोग में विषय शिक्षकों द्वारा की जाने वाली कार्यवाही एवं विद्यालय में आईसीटी के क्रियान्वयन में प्राचार्य की भूमिका।
शिक्षण अधिगम में डिजिटल कंटेंट का उपयोग विद्यार्थियों को रोचक तरीकों से सीखने के अवसर प्रदान करने के साथ, उनकी विषय के प्रति रुचि का विकास भी करता है। इसको ध्यान में रखते हुए विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत विद्यालयों में आई.सी.टी. संसाधन उपलब्ध कराये गए है। जिनमें आई.सी.टी. लैब स्मार्ट क्लास तथा टेबलेट प्रमुख हैं।
आज के डिजिटल युग तथा आई.सी.टी. में निहित मल्टीमीडिया विशेषताओं के दृष्टिगत शिक्षण प्रक्रिया में आई.सी.टी. का उपयोग एक अनिवार्यता बन चुकी है। भारत सरकार द्वारा चरणबद्ध तरीके से विद्यालयों में आई.सी. टी. लैब तथा स्मार्ट कक्षा स्थापित किये जा रहे है। कक्षा अध्यापन में डिजीटल कंटेंट को उपयोग के दृष्टिगत शिक्षकों को आई.सी.टी. उपकरणों के उपयोग की समझ होना तथा संबंधित स्किल्स का विकास करना आवश्यक है. जिससे शिक्षक बिना झिझक के शिक्षण में टेक्नालॉजी का अधिक उपयोग कर सके।
विषय के शिक्षण में टेक्नोलॉजी के उपयोग को सुनिश्चित करने लिए शिक्षकों एवं प्राचार्य द्वारा निम्नानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए -
1. शिक्षकों की आई.सी.टी. स्किल का सुदृढीकरण (Teachers' ICT Skill Reinforcement)
विषय शिक्षक कक्षा अध्यापन में डिजिटल सामग्री का नियमित रूप से उपयोग करें। इसको ध्यान में रखते हुए वर्ष 2024-25 में आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में आई. सी.टी. को शामिल किया गया है। विषय की प्रशिक्षण मार्गदर्शिका में विषय के अध्यापन में आई.सी.टी. से सम्बंधित रिसोर्सेज के उपयोग को विस्तार से समझाया गया है। शिक्षकों से अपेक्षा है कि इसका अध्ययन करें एवं आई.सी.टी. रिसोर्सेज को अपनी शिक्षण विधि में उपयोग करें।
2. स्मार्ट टी.वी./ इंटरैक्टिव पैनल का विषय शिक्षण में उपयोग (Use of Smart TV/Interactive Panel in Subject Teaching)
यह सर्वविदित है, कि ऑडियो-विजुअल संसाधनों यथा वीडियो लेसन, डिजिटल कंटेंट के उपयोग से सीखना सिखाना ज्यादा प्रभावी एवं स्थाई होता है। इसको ध्यान में रखते हुए शिक्षकों से अपेक्षा है, कि वे इंटरैक्टिव पैनल में उपलब्ध टूल्स के उपयोग से विषयवस्तु में आई.सी.टी. को इंटीग्रेट करते हुए आध्यापन कार्य करें। प्राचार्य यह सुनिश्चित करें कि सभी कक्षाओं एवं सभी सेक्शन के विद्यार्थियों को इंटरैक्टिव पैनल से अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हो सके। इसके लिए प्राचार्य द्वारा स्मार्ट क्लास के बेहतर उपयोग एवं प्रबंधन से संबंधित प्रक्रिया परिशिष्ट-1 पर है।
3. टेबलेट का विषय शिक्षण में उपयोग (Use of Tablet in Subject Teaching)
हाई/ हायर सेकण्डरी के शिक्षकों को टेबलेट उपलब्ध कराने का मुख्य उद्देश्य यह है, कि शिक्षक विषय से संबधित डिजिटल कंटेंट को स्वयं एक्स्प्लोर करें तथा विषय शिक्षण के पूर्व संबंधित विषयवस्तु का अध्ययन करें। शिक्षक कक्षा शिक्षण में डिजिटल कंटेंट का उपयोग करते हुये शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावी एवं रोचक बना सकते हैं।
4. शिक्षकों द्वारा डिजिटल कंटेंट का विकास (Development of Digital Content by Teachers)
NEP 2020 में आई सी.टी का उपयोग करते हुए विषय से संबंधित डिजिटल सामग्री को शिक्षक के द्वारा सृजन करने का उल्लेख है। विद्यार्थियों के स्तर एवं आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षक विषयवस्तु पर रोचक डिजिटल कटेंट तैयार करें। टेबलेट में उपलब्ध विभिन्न ऐप अथवा आई सी.टी लैब में डेस्कटॉप कम्प्यूटर पर प्रेजन्टेशन टूल्स के उपयोग से डिजिटल कंटेन्ट का निर्माण किया जाए। माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा शिक्षकों को समय-समय पर मार्गदर्शन हेतु ऑनलाइन प्रशिक्षण एवं सपोर्ट दिया जाएगा।
5. विषय से सम्बंधित प्रोजेक्ट वर्क में कम्प्यूटर का उपयोग (Use of Computer in Subject Related Project Work)
विद्यार्थी जिन अवधारणाओं को कक्षा में सैद्धांतिक तौर से पढ़ते हैं, उनको प्रोजेक्ट बनाने के माध्यम से व्यावहारिक रूप में समझने में आसानी होती है। आई.सी.टी. लैब संचालन निर्देश - के बिंदु क्रमांक 6 में उल्लेखित माध्यमिक शिक्षा मण्डल की परीक्षा योजना में कक्षा 9-12 के विद्यार्थियों के मूल्यांकन में प्रोजेक्ट वर्क हेतु अंक निर्धारित है। आई.सी.टी. लैब की सुविधा वाले विद्यालयों के विद्यार्थियों को कम्प्यूटर की मदद से प्रोजेक्ट तैयार करने हेतु प्रोत्साहित किया जाए। प्रोजेक्ट तैयार करने से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता, क्रिटिकल थिंकिंग एवं प्रोबसम सोल्विंग स्किल का विकास होता है।
6. प्राचार्य द्वारा की जाने वाली कार्यवाही
विद्यालय में उपलब्का आई.सी.टी. संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित हो, इसके लिए प्राचार्य द्वारा निम्नलिखित कार्यवाही की जाए -
6.1 आई.सी.टी. लैब में सभी शिक्षकों को प्रवेश दिया जाए जिससे शिक्षक अपने विषय से सम्बंधित रिसोर्सेज का अध्ययन करने एवं आई.सी.टी. से संबंधित स्किल्स को सीखने का अवसर प्राप्त हो।
6.2 समस्त शिक्षकों को डिजिटल कंटेंट बनाने हेतु प्रोत्साहित करें।
6.3 समस्त शिक्षकों को टैबलेट के उपयोग से विषय के साथ आई.सी.टी. को इंटीग्रेट करते हुए अध्यापन करने हेतु निर्देशित करें।
विद्यालय में उपलब्ध आई.सी.टी. संसाधनों का समुचित उपयोग हो इसके लिए सभी शिक्षक अपने विषय से संबंधित डिजिटल कंटेंट का कक्षा शिक्षण में उपयोग करें। आई.सी.टी. लैब एवं स्मार्ट क्लास के सुचारु संचालन हेतु प्राचार्य एवं समस्त शिक्षकों द्वारा उक्त निर्देशों के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
ये भी देखिये -
ICT Lab Operating Instructions 1 - ICT Lab के Computers का उपयोग गैर शैक्षणिक कार्यों में नहीं कर सकेंगे, आईसीटी लैब का संचालन निर्देश यहाँ देखिये.
ICT Lab Operating Instructions-2 – ICT@School योजनान्तर्गत स्कूलों में आईसीटी लैब के सञ्चालन के सम्बन्ध में DPI का नया आदेश
ICT Lab Operating Instructions - 3 - कक्षा शिक्षण में डिजीटल कंटेन्ट के उपयोग हेतु ICT Lab के उपयोग के सम्बन्ध में DPI दिशा निर्देश यहाँ देखिये
Syllabus for ICT LabInstructions - 4 - ICT लैब संचालन निर्देश-4 आईसीटी लैब के लिए पाठ्यक्रम (ICT Lab SYLLABUS) यहाँ से डाउनलोड कीजिए.
परिशिष्ट-1
स्मार्टक्लास योजना (Smart Class Scheme) अंतर्गत विद्यालय में केवल 2 ही कक्षाओं में इंटरैक्टिव पैनल उपलब्ध कराये गए है। प्रत्येक कक्षा एवं सेक्शन के विद्यार्थी को इंटरैक्टिव पैनल से अधययन करने का अवसर प्राप्त हो। इसके दृष्तिगत प्राचार्य द्वारा इस प्रकार से बैठक व्यवस्था तैयार की जाये, जिससे विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को नवीन तकनीकी के उपयोग से पढ़ने का अनुभव प्राप्त हो सके। इसके लिए 2 विकल्प सुझावात्मक रूप से दिए जा रहे है। उदाहरण के लिए निम्न दो प्रकार से प्राचार्य द्वारा स्मार्ट कक्ष व्यवस्था तैयार की जा सकती है -
विकल्प-1 विद्यालय की समस्त कक्षाओं को बारी-बारी से पूर्ण दिवस के लिए स्मार्ट क्लास में बैठक व्यवस्था (रोटेशनल बैठक व्यवस्था) विद्यालय की समस्त कक्षाओं को स्मार्ट क्लास सुविधा का लाभ मिले इसके लिए प्राचार्य स्मार्ट कक्ष में लगने वाली कक्षाओं का मासिक रोटेशन प्लान तैयार करें जिससे सभी विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास सुविधा का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
विकल्प - 2 विषय शिक्षक की माँग के अनुसार स्मार्टक्लास के उपयोग हेतु कक्षाओं की किसी विशेष कालखंड में (म्यूच्यूअल शिफ्टिंग बैठक व्यवस्था) यदि किसी विषय शिक्षक द्वारा विषय को पढ़ाने के लिए स्मार्ट क्लास की आवश्यकता होती हैं, एवं उस क्लास में स्मार्ट क्लास स्थापित नहीं है, उस स्थिति में प्राचार्य द्वारा उस विषय शिक्षक के कालखण्ड में स्मार्ट क्लास वाली कक्षा में अध्यापन की अनुमति देंगे। इसके लिए पूर्व में प्राचार्य द्वारा कक्षाओं का इंटरचेंज प्लान को जारी किया जाए तथा दोनों कक्षाओं को पूर्व में अवगत कराया जाए, जिससे दोनों कक्षाओं का इंटरचेंज, बिना आपाधापी के निर्बाध तरीके से हो। इस संबंध में प्राचार्य सभी विषय शिक्षकों से स्मार्ट क्लास की आवश्यकता का विवरण भी ले सकते हैं, जिससे संबंधित विषय शिक्षक स्मार्ट क्लास का उपयोग करते हुए अध्यापन कर सके।
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